गर लड़खड़ा जाए पैर अगर थाम लेना ये हाथ तुम। गर लड़खड़ा जाए पैर अगर थाम लेना ये हाथ तुम।
हर शब्द को निशब्द कर दे ऐसी लड़ी थी, लगता है जैसे शत्रु रक्त की प्यास बड़ी थी। हर शब्द को निशब्द कर दे ऐसी लड़ी थी, लगता है जैसे शत्रु रक्त की प्यास बड़ी ...
अपनी अनोखी छटा बिखरे प्रकृति ओर भी मनोहर लगने लगी है। अपनी अनोखी छटा बिखरे प्रकृति ओर भी मनोहर लगने लगी है।
वो पाँच बजे उठ जाया करती थी। अब मैं भी वही सब करती हूँ वो पाँच बजे उठ जाया करती थी। अब मैं भी वही सब करती हूँ
पक्षी पेड़ों की शाखाओं पर नाचना और गाना शुरु कर देते हैं, आसमान बादलों के बिना बिल्कुल पक्षी पेड़ों की शाखाओं पर नाचना और गाना शुरु कर देते हैं, आसमान बादलों के बिन...
पिता-पुत्र है एक जगह, माँ की ममता से बहुत दूर। एक जगह है नन्ही गुड़िया, माँ की छाँव में, पर... पिता-पुत्र है एक जगह, माँ की ममता से बहुत दूर। एक जगह है नन्ही गुड़िया, ...